अरे दिल्ली शहर में म्हारो घाघरो जो घुम्यो - The Indic Lyrics Database

अरे दिल्ली शहर में म्हारो घाघरो जो घुम्यो

गीतकार - इला अरुण | गायक - इला अरुण | संगीत - इला अरुण | फ़िल्म - घाघरा के लिए वोट करें (गैर फिल्म) | वर्ष - 1996

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अरे दिल्ली शहर में म्हारो घाघरो जो घूम्यो
उई उई सब मर ग्या रे म्हारो घाघरो जो घूम्योथी में खेत में खड़ी खा री थी ककड़ी
ऊकी लाल पगड़ी जो म्हारी बांह पकड़ी
मन्ने गुस्सा घणो आयो उनें मारी लकड़ी
उनें मूंछा घुमाई मन्हे आँख्याँ दिखाई
फिर कांई होयो फिर कांई होयो
छोरी क्यूं अकड़ी क्यूं मारी लकड़ी
बोली मैं सुन सुन ओरे लाल पगड़ी
थी मैं खेत में खड़ी खा री थी ककड़ी
तूने बांह पकड़ी मैने मारी लकड़ी
तू कांई बोली तू कांई बोली
अरे दूर जा रे हट जा रे छोरा दूर हट जा रे हट जा
दूंगी मैं थने ऐसा झटका दूर हट जा रे हट जा
फिर दिल्ली शहर में ...ऐ घूम्यो रे घूम्योज़्यादा बातें न बना तू न जाने मैं हूँ कौन
छोरा मिनिस्टर को दिल्ली मारूं टेलिफ़ोन
मैं समझ न पाई ऊकी हंसी उड़ाई
दिल्ली जाके उन्हें मारी रपट लिखवाई
फिर कांई होयो फिर कांई होयो
सीटी सर सर बजाते पुलिस दौड़ी चली आई
कंगन म्हारा उतारा हथकड़ियां पहनाई
थानेदार के आगे फिर मैं मुस्काई
मैने दियो लटको उन्हें खायो झटको
थोड़ी टेढ़ी हुई थोड़ी मेढ़ी हुई
म्हारी कमर को मैने जरा सी मटकाई
थानेदार ने अपनी सारी अकल गंवाई
तू कांई बोली तू कांई बोली
अरे दूर हट जा रे ...हुई म्हारी चर्चा निकला घणा मोर्चा
कोई प्रेसवाला कोई मोटा लाला
कोई संतरी जी कोई मंतरी जी कोई या बोले कोई वा बोले
मन्हे उठे ले ग्या मन्हे वठे ले ग्या
मन्हे रुपया खिलायो मन्हे बड़े धमकायो
मैं फिर भी न मानी मैने मन में थी ठानी
तू कांई बोली तू कांई बोली
अरे दूर हट जा रे ...बोला सुन सुन सुन छोरी सुन सुन सुन
बात हंसी में उड़ा दे बात यही तू बता दे
नहीं तो होगी पिटाई सुनले गांव की लुगाई
मैं जोर से चिल्लाई इन्स्पेक्टर ने बुलाई
म्हारे सामने वो आयो उन्हें देखके शरमाई
थोड़ी सी मैं हंसी थोड़ी सी मुस्काई
फिर कांई होयो फिर कांई होयो
बोल्यो इन्स्पेक्टर जी बड़ो मंत्री जी
ऊको लड़को ये है बड़ो तगड़ो ये है
पैसा जेब में रख ले मुन्डो बंद कर ले
तू कांई बोली तू कांई बोली
अरे दूर हट जा रे ...आयो मंत्री जी बोली मैं सुनो जी
थारो लाडलो कंवर डाले है नजर
मैं न रूप कंवर मरके बनूं जो अमर
थारो लाडलो कमीना मुश्किल करे जीना
नहीं मैं हूँ अमीना इके हाथ में बिकूं ना
म्हारे आगे इन्हें अब आएगा पसीना
फिर कांई होयो फिर कांई होयो
म्हारी चोली तू देख आगरा को तू देख
चुनर को देख घाघरा को तू देख
अरे दूर हट जा रे ...नहीं लड़की मैं ऐसन नहीं लड़की मैं वैसन
म्हारी बात पे चाले गर्मी में सेशन
म्हारी बातां करे टी एन शेषन
म्हारे कौन है बाप म्हारो कौन सा गांव
सारी बातें जाने दिल्ली को राव
इलेक्शन में म्हारो नाम ले अडवानी
मर्दां से आगे निकलेगी जनानी
ये इन्हें टिकट दिलाओ इन्हें मंत्री बनाओ
चुनाव चिन्ह घाघरा ने बनाओ
vote forघाघरा vote forघाघरा
फिर दिल्ली शहर में ...