मैं कह दूँ तुमको चोर - The Indic Lyrics Database

मैं कह दूँ तुमको चोर

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - सनम | वर्ष - 1950

View in Roman

सु: मैं कह दूँ तुमको चोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे-२
और अभी मचा दूँ शोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे-२

र : ( मैं चोरी-चोरी आऊँ
और दिल में तेरे बस जाऊँ
हो और दिल में तेरे बस जाऊँ )-२
और बन जाऊँ चितचोर
तो बोलो क्या करोगे-२
सु : मैं कह दूँ तुमको चोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे-२

सु : ( इतना न प्यार बढ़ावो
ऊँची न पतंगें उड़ावो
जी ऊँची न पतंगें उड़ावो )-२
कहीं कच्ची रह गई डोर
तो बोलो क्या करोगे-२
सु : मैं कह दूँ तुमको चोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे-२

र : ( हम दूर देश में जा के
एक नई पतंग मंगा के
जी एक नई पतंग मंगा के )-२
बाँधेंगे दिल की डोर
तो बोलो क्या करोगे-२