आओ मनाएन जश्न ए मोहब्बत - The Indic Lyrics Database

आओ मनाएन जश्न ए मोहब्बत

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर, किशोर कुमार | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - दूसरा आदमी | वर्ष - 1977

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कि: हुं हुं
ल: हो
कि: हे हे
दो: आओ मनायें जश्न-ए-मोहब्बत
जाम उठायें जाम के बाद
शाम से पहले कौन ये सोचे
क्या होना है शाम के बाद
आओ मनायेंल: हमारी तमन्ना तुम्हें प्यार करना
हमें और करना क्या -२
कि: मोहब्बत में रुसवा हुये भी तो क्या है
दुनिया से डरना क्या
ल: आगे कोई इल्ज़ाम नहीं है
चाहत के इल्ज़ाम के बाद
दो: आओ मनायें जश्न-ए-मोहब्बत
जाम उठायें जाम के बाद
आओ मनायेंकि: ये आलम है जैसे उड़ा जा रहा हूँ
तुम्हें ले के बाँहों में -२
ल: तुम्हारे लबों से हमारे लबों में
नहीं कोई राहों में
कि: कैसे कोई अब दिल को सम्भाले
इतने हसीं पैग़ाम के बाद
दो: आओ मनायें जश्न-ए-मोहब्बत
जाम उठायें जाम के बाद
शाम से पहले कौन ये सोचे
क्या होना है शाम के बाद
आओ मनायें