कोई मेरे दिल में कुशी बनके आया - The Indic Lyrics Database

कोई मेरे दिल में कुशी बनके आया

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - अंदाज़ | वर्ष - 1949

View in Roman

कोई मेरे दिल में ख़ुशी बनके आया
अंधेरा था घर में रौशनी बनके आया
कोई मेरे दिल में...धड़कता है दिल जाग उठी हैं उमंगें
मोहब्बत की वो ज़िंदगी बन के आया
कोई मेरे दिल में...मोहब्बत ने छेड़ा है साज़ दिल का
वो हर तार की रागिनी बन के आया
कोई मेरे दिल में...समाया था दिल में जो इक दर्द बनकर
वो होँठों पे मेरी हँसी बन के आया
कोई मेरे दिल में...