सारे शिकवे गिले भुला के कहो दिल ना तोडेंगे कसम खा के कहो - The Indic Lyrics Database

सारे शिकवे गिले भुला के कहो दिल ना तोडेंगे कसम खा के कहो

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - आज़ाद देश के गुलाम | वर्ष - 1990

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सारे शिकवे गिले भुला के कहो जो भी कहना है मुस्करा के कहोदिल ना तोड़ेंगे कसम खा के कहो मुझको अपने गले लगा के कहो
सारे शिकवे गिले ...मेरी कसमों का वस्ता दे के ऐसे न जाओ खफ़ा हो के
आओ मेरे करीब आ के कहो
जो भी कहना है ...हर कदम मेरे साथ आओगे वादा करके न भूल जाओगे
अपनी साँसों में तुम बसा के कहो
मुझको अपने गले ...दम भर साथ हम निभाएंगे एक पल भी ना दूर जाएंगे
अब कभी तुमसे हम ना रूठेंगे फिर ये सपने कभी न टूटेंगे
तुम नज़र से नज़र मिला के कहो
दिल ना तोड़ेंगे ...