दिल छिंके के जाता है ओ मस्त नजर वाले - The Indic Lyrics Database

दिल छिंके के जाता है ओ मस्त नजर वाले

गीतकार - | गायक - सुरेंद्र, वहीदान बाई | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - अलीबाबा | वर्ष - 1940

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सु : दिल छीन के जाता है -२
( ओ मस्त नज़र वाले
क्यूँ आँख चुराता है ) -२दिल छीन के जाता है -२
ओ मस्त नज़र वाले
क्यूँ आँख चुराता है
दिल छीन के जाता हैव : शरशार-ए-जवानी हूँ -२
( मैं हाथ नहीं लगती
बहता हुआ पानी हूँ ) -२
मैं हाथ नहीं लगतीसु : ( परवाना मैं तेरा हूँ
ऐ नाज़-ओ-अदा वाली ) -२
( दीवाना मैं तेरा हूँ
ऐ नाज़-ओ-अदा वाली ) -२
परवाना मैं तेरा हूँ
ऐ नाज़-ओ-अदा वाली
परवाना मैं तेरा हूँव : तू हो कोई दीवाना
हो ओ
तू हो कोई दीवाना
कब शमा ये कहती है
( कब शमा ये कहती है
चाहे मुझे परवाना ) -२
कब शमा ये कहती हैसु : अब ज़ुल्म न कर दिलबर
( अब ज़ुल्म न कर दिलबर
काश मैं मर जाऊँ ) -२
बस नाम तेरा ले कर
काश मैं मर जाऊँ
बस नाम तेरा ले कर