ये कैसा ऐ निकारेते बादलो दिल की हलत को कोई क्या जाने - The Indic Lyrics Database

ये कैसा ऐ निकारेते बादलो दिल की हलत को कोई क्या जाने

गीतकार - नूर देवासी | गायक - रूना लैला | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - रूना लैला के प्यार (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1987

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ये कैसा ऐ निखरते बादलो तुम पर शबाब आया
कोई ईमान खो बैठा कोई ईमान ले आया
फ़रिश्तों की इबादत से बताओ दुश्मनी क्यूँ है
किसी के वास्ते कोई तड़प कर जान दे आयादिल की हालत को कोई क्या जाने
या तो हम जाने या ख़ुदा जानेसुबह के साथ हैं हसीं किरनें
रात सज जाये चाँद तारों से
एक हम हैं के क्या मुक़द्दर है
कोई रिश्ता नहीं बहारों से
काश दे दें हाय
काश दे दें सुक़ून वीरानेंक्या सितम है के मोतिया बूँदें
कच्चे ज़ख़्मों को गुदगुदाती हैं
इन घटाओं का क्या करे कोई
जो सदा ख़ून ही रुलाती हैं
अब कहाँ जायें हाय
अब कहाँ जायें जी को बहलाने