ऐसे रसिया का क्या ऐतबार झुठ प्यारे - The Indic Lyrics Database

ऐसे रसिया का क्या ऐतबार झुठ प्यारे

गीतकार - अजीज कश्मीरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - ढोलक | वर्ष - 1951

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ल: ( ऐसे रसिया का
ऐसे बलमा का क्या ऐतबार
ऐतबार झूठा प्यार ) -२
जाके मन में बसा दुनिया सौतन का प्यार -२
सौतन का प्यार
ऐसे रसिया का
ऐसे बलमा का क्या ऐतबार
ऐतबार झूठा प्यारर: ( ऐसी गोरी का
ऐसी छोरी का क्या ऐतबार
ऐतबार कैसा प्यार ) -२
जाके दिल में बसा रामा ग़ैरों का प्यार -२
सौतन का प्यार
ऐसी गोरी का
ऐसी छोरी का क्या ऐतबार
ऐतबार कैसा प्यार
ल: झूठा प्यारहमसे तो झूठी मोहब्बत जताये -२
ग़ैरों से छुप छुप के नैना मिलाये -२
काहे रह रह के देखा है ख़ाब
ऐतबार झूठा प्यार
ऐसे रसिया का
ऐसे बलमा का क्या ऐतबार
ऐतबार झूठा प्यार
र: कैसा प्यारहमसे तो बोले तुम्हारी हूँ राजा
अजी हमसे तो बोले तुम्हारी हूँ राजा
औरों से बोले निगाहों में आ जा
आँखें ग़ैरों से करती है चार
ऐतबार कैसा प्यार
ऐसी गोरी का
ऐसी छोरी का क्या ऐतबार
ऐतबार कैसा प्यार
ल: झूठा प्यारजाओ जी झूठे बहाने न मारो -२
नैनों के तिरछे निशाने न मारो -२
ज़ुल्मी छीने न दिल का करार
ऐतबार झूठा प्यार
जाके मन में बसा दुनिया सौतन का प्यार
र: जाके दिल में बसा रामा ग़ैरों का प्यार
ल: सौतन का प्यार
ऐसे रसिया का
र: ऐसी गोरी का
ल: ऐसे बलमा का
र: ऐसी छोरी का
दो: क्या ऐतबार
ल: ऐतबार झूठा प्यार
र: ऐतबार कैसा प्यार