बहुत डेर से दार पे आंखें लगी थिन - The Indic Lyrics Database

बहुत डेर से दार पे आंखें लगी थिन

गीतकार - हसन कमाली | गायक - आशा भोंसले | संगीत - रवि | फ़िल्म - तवायफ | वर्ष - 1985

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बहुत देर से दर पे आँखें लगी थीं
हुज़ूर आते-आते बहुत देर कर दी -२
मसीहा मेरे तूने बीमार-ए-ग़म की
दवा लाते-लाते बहुत देर कर दी -२
हुज़ूर आते-आते ...मुहब्बत के दो बोल सुनने न पाए
वफ़ाओं के दो फूल चुनने न पाए
तुझे भी हमारी तमन्ना थी ज़ालिम
बताते-बताते बहुत देर कर दी
हुज़ूर आते-आते ...कोई पल में दम तोड़ देंगी मुरादें
बिखर जाएँगी मेरी ख़्वाबों की यादें
सदा सुनते-सुनते ख़बर लेते-लेते
पता पाते-पाते बहुत देर कर दी
हुज़ूर आते-आते ...