परवरदिगार ए आलम तेरा ही है सहारा - The Indic Lyrics Database

परवरदिगार ए आलम तेरा ही है सहारा

गीतकार - अख्तर रोमानी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - एस एन त्रिपाठी | फ़िल्म - हातिमताई | वर्ष - 1956

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पर्वरदिगार-ए-आलम तेरा ही है सहारा
तेरे सिवा जहाँ में कोई नहीं हमारानूह का सफ़ीना तूने तूफ़ान से बचाया
दुनिया में तू हमेशा बंदों के काम आया
माँगी ख़लील ने जब तुझसे दुआ ख़ुदाया
आतिश को तूने फ़ौरन एक गुलसिताँ बनाया
हत इल्तेजा ने तेरी रहमत को है उभारापरवरदिगार-ए-आलम ...यूनुस को तूने मछली के पेट से निकाला
तूने ही मुश्किलों में अयूब को सम्भाला
इलयास पर करम का तूने किया उजाला
है दो जहाँ में या रब तेरा ही बोल बाला
तूने सदा इलाही बिगड़ी को है सँवारा
परवरदिगार-ए-आलम ...यूसुफ़ को तूने मौला दी क़ैद से रिहाई
याक़ूब को दुबारा शक़्ल-ए-पिसर दिखाई
बहती हुई नदी में मूसा की रह बनाई
तूने सलीब पर भी ईसा की जाँ बचाई
दाता तेरे करम का कोई नहीं किनारा
परवरदिगार-ए-आलम ...