नस नस में अगन टूटे है बदन - The Indic Lyrics Database

नस नस में अगन टूटे है बदन

गीतकार - फारूक कैसर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - जहाँ प्यार मिले | वर्ष - 1969

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( नस-नस में अगन, टूटे है बदन
बाँहों में छुपाने आ जाओ
आ गले से लगा ले, अपना बना ले
अरे कोई तो बहाने आ जाओ ) -२
नस-नस में अगन, टूटे है बदन( ये रूप मिला ये अंग म्ला
पल भर न तुम्हारा संग मिला ) -२
तूफ़ान उठा है तन मन में
दिलदार बचाने आ जाओआ गले से लगा ले, अपना बना ले
अरे कोई तो बहाने आ जाओ
नस-नस में अगन, टूटे है बदन( पायल की छनक, कंगना की खनक
पहुँचाई तुम्हारे कानों तलक ) -२
इक दिल के लिये क्या क्या न किया
ये कोई न जाने आ जाओआ गले से लगा ले, अपना बना ले
अरे कोई तो बहाने आ जाओ
नस-नस में अगन, टूटे है बदन( तू तू ना रहे मैं मैं न रहूँ
जी भर के तुझे मैं प्यार करूँ ) -२
हमने भी सनम देखे हैं कभी
कुछ सपने सुहाने आ जाओआ गले से लगा ले, अपना बना ले
अरे कोई तो बहाने आ जाओनस-नस में अगन, टूटे है बदन
बाँहों में छुपाने आ जाओ
आ गले से लगा ले, अपना बना ले
अरे कोई तो बहाने आ जाओ
नस-नस में अगन, टूटे है बदन