देख के तेरी नज़र बेक़रार हो गये - The Indic Lyrics Database

देख के तेरी नज़र बेक़रार हो गये

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - आशा, रफी | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - हावड़ा ब्रिज | वर्ष - 1958

View in Roman

देख के तेरी नज़र बेक़रार हो गये
ए जी हुज़ूर ठहरिये हम शिकार हो गये

आओ जी #दन्cए# कर लें, थोड़ा #रोमन्cए# कर लें
रात है ठण्डी ठण्डी दिलों में आग भर लें
पहला नज़ारा हुआ, एक इशारा हुआ
किस्से हज़ार हो गये
देख के तेरी नज़र बेक़रार हो गये
ए जी हज़ूर ठहरिये हम शिकार हो गये

र: मुख पे पसीना हलका, गोरा ये रूप हाय
हमने तो आज देखी, बर्खा में धूप हाय
देखो ये लड़के सारे बेचारे दिल के मारे
तुम पे निसार हो गये
आ: देख के तेरी नज़र, बेक़रार हो गये
र: ओ हो हो हो हो हो
आ: ए जी हुज़ूर ठहरिये हम शिकार हो गये

आ: एक सवाल #देअर्# पूछूँ जनाब से
लाये हो आँखें कहीं धोके शराब से
आँखें तेरी मस्तानी
हम तो हाये दिलबर जानी
डूब के पार हो गये
देख के तेरी बेक़रार हो गये
ए जी हज़ूर ठहरिये हम शिकार हो गये$