रिमझिम के गीत सावन गाए - The Indic Lyrics Database

रिमझिम के गीत सावन गाए

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - अंजाना | वर्ष - 1969

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रिमझिम के गीत सावन गाए... हाए.. भीगी भीगी रातों में
होठों पे बात जी की आए .. हाए... भीगी भीगी रातों में
तेरा मेरा पूछे नाता
बड़ी वो ये घटा घनघोर है
चुप हूँ ऐसे, मैं कह दूँ कैसे... मेरा साजन नहीं तू कोई और है
कि तेरा नाम होठों पे मेरे तेरे... सपने मेरी आँखों में
मेरा दिल भी है दीवाना
तेरे नैना भी हैं नादान से
कुछ न सोचा... कुछ न देखा... कुछ भी पूछा न एक अनजान से
चल पड़े साथ हम कैसे ऐसे ... बनके साथी राहों में
बड़ी लम्बी जी की बातें
बड़ी छोटी ये बरखा की रात जी
कहना क्या है... सुनना क्या है
कहने सुनने की अब क्या है बात जी
बिन कहे बिन सुने दिल ने दिल से कर ली बातें बातों में