सावन के झुले पड़े तुम चले आओ - The Indic Lyrics Database

सावन के झुले पड़े तुम चले आओ

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - जुर्माना | वर्ष - 1979

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सावन के झूले पड़े, (तुम चले आओ-४)आँचल ना छोड़े मेरा, पागल हुई है पवन
अब क्या करूं मैं जतन, धड़के जिया जैसे, पंछी उड़ेदिल ने पुकारा उन्हे, यादों के परदेस से
आती है जो देख के, हम उस डगर पे हैं कबसे खड़ेजब हम मिले पिया, तुम कितने नादान थे
हम कितने अन्जान थे, बाली उमरिया में, नैना लड़े