दिल से दिल की डोर बंधे चोरी चोरी जाने - The Indic Lyrics Database

दिल से दिल की डोर बंधे चोरी चोरी जाने

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश, सविता बनर्जी | संगीत - सलिल चौधरी | फ़िल्म - | वर्ष - 1960

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मु: दिल से दिल की डोर बाँधे चोरी-चोरी जाने
हम-तुम तुम-हम संग-संग चले ( आज कहाँ ) -2
ल: दिल से दिल की डोर …

मु: क़दम मिलाकर चले उधर ले के चले ये प्यार जिधर
ल: प्यार के राही तू ही बता ख़त्म कहाँ होगा ये सफ़र
मु: जहाँ पे गाए दिल की सरगम झूम झूम कोई
हम-तुम तुम-हम …

ल: नई सी दुनिया नया समाँ छुपा हुआ था प्यार कहाँ
मु: छुपा हुआ था यहीं-कहीं ख़बर ये दिल को मगर नहीं
ल: हटाओ परदा प्यार जगा चलो बसा लें
हम-तुम तुम-हम संग-संग एक ( नया जहाँ ) -2
दो: दिल से दिल की डोर …