सोचा तुम्हें खत लिखुं - The Indic Lyrics Database

सोचा तुम्हें खत लिखुं

गीतकार - सूरज सनीम | गायक - उदित नारायण, प्रीत | संगीत - राम लक्ष्मण | फ़िल्म - सातवां आसमान | वर्ष - 1992

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सोचा तुम्हें खत लिखूं
पर मन ही मन मैं डरती हूँ
तुम खत को पढ़ ना पाओगे
इस खत को फाड़ डालोगेसोचा तुम्हें खत लिखूं
पर मन ही मन मैं डरता हूँरूठूंगी मैं तुम मनाओगे रूठोगे तुम मैं मनाऊंगी
उम्र जो थोड़ी सी बाकी है आंसुओं में बीत जाएगी
इतनी फ़ुर्सत तो ऐ मेरी जां जान देकर भी न पाऊंगी
सोचा तुमसे आ कर मिलूं
पर मन ही मन ...सोचा telephoneकरूं
पर मन ही मन मैं डरता हूँ
helloतुम कह न पाओगीपहले मैं मरने से डरता था तुमने जीना मुझको सिखलाया
तुम आईं तो सूने जीवन में जैसे कोई चाँद निकल आया
हाय ये खिलता पागलपन हर खुशी को मैने ठुकराया
सोचा तुमसे आ कर मिलूं
पर मन ही मन ...