अतारा बारस की तुउ होने को आई रे - The Indic Lyrics Database

अतारा बारस की तुउ होने को आई रे

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - सुहाग | वर्ष - 1979

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र : अठरा बरस की तू होने को आई रे
कौन पूछेगा जतन कुछ कर ले
सजन कर ले जतन कुछ कर ले
ल : ख़ाली बातों से तेरी बात ना बनेगी राजा -२
हमसे न होगा मिलन कुछ कर ले
कुछ कर ले जतन कुछ कर लेमेरे घुँघरू सलामत हज़ारों क़दरदान हैं
एक तू ही नहीं दिल में दिल में लाखों मेहमान हैं -२
र : लेकिन अब तक नाचेगी कभी तो थकेगी
जतन कुछ कर ले ...कर ले हमसे मोहब्बत मोहब्बत
कर ले हमसे मोहब्बत गुज़र ना जाएँ घड़ियाँ
हाय टूटती है पायल तो बनती हैं हथकड़ियाँ -२
ल : ( मैं हथकड़ियाँ पहनूँगी ) -२ न पहनूँगी तेरे कंगन कुछ कर ले
कुछ कर ले
जतन कुछ कर ले ...