कभी तो मेहरबाँ हो कर बुला लेन - The Indic Lyrics Database

कभी तो मेहरबाँ हो कर बुला लेन

गीतकार - हबीब जालिब | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - महताब (गैर फिल्म) | वर्ष - 1992

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कभी तो महरबाँ हो कर बुला लें
ये महवश हम फ़रिक़ों की दुआ लेंन जाने फिर ये रुत आये न आये
जवाँ फूलों की कुछ ख़ुश्बू चुरा लेंहमारी भी सम्भल जायेगी हालत
वो पहले अपनी ज़ुल्फ़ें तो सम्भालेंनिकलने को है वो महताब घर से
सितारों से कहो नज़रें झुका लेंज़माना तो यूँही रूठा रहेगा
चलो 'जालिब' उन्हें चल कर मना लें