पसन्द आया है दिल मेरा - The Indic Lyrics Database

पसन्द आया है दिल मेरा

गीतकार - असद भोपाली | गायक - असद भोपाली | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - दरबार | वर्ष - 1955

View in Roman

पसन्द आया है दिल मेरा तो अपने पास रहने दो
मुझे सारी ख़ुदाई गर बुरा कहती है कहने दो
मुझे तुमसे मुहब्बत हैं मैं तुमसे प्यार करता हूँ
मगर मैं तुमसे अपनी दास्ताँ कहने से डरता हूँ
ज़ुबाँ खुलती नहीं ये दास्ताँ नज़रों से कहने दो
मुबारक हो तुम्हारी मुस्कुराती ज़िंदगी तुमको
मेरे नाकाम रहने में जो होती है ख़ुशी तुमको
तो मैं नाकाम ही अच्छा मुझे नाकाम रहने दो
अभी क्या है अभी तो हर क़दम पर चोट खाना है
मगर दिल को तुम्हारे प्यार के क़ाबिल बनाना है
मुझे रुसवाइयाँ अपनी ख़ुशी के साथ सहने दो