ज़िन्दगी रोज नये रंग में - The Indic Lyrics Database

ज़िन्दगी रोज नये रंग में

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष - 1990

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ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी
ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
कभी दुश्मन तो कभी दुश्मन तो
कभी दोस्त नज़र आती हैं
कभी दुश्मन तो कभी दोस्त नज़र आती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
कभी दुश्मन तो कभी दोस्त नज़र आती हैं
कभी दुश्मन तो कभी

कभी छा जाये बरस जाये घटा बेमोसम
कभी छा जाये बरस जाये घटा बेमोसम
कभी छा जाये बरस जाये घटा बेमोसम
कभी छा जाये बरस जाये घटा बेमोसम
कभी छा जाये बरस जाये घटा बेमोसम
कभी छा जाये बरस जाये घटा बेमोसम
कभी एक बूंद को भी कभी एक बूंद को भी
रूह तरस जाती हैं
कभी एक बूंद को भी रुह तरस जाती हैं
कभी एक बूंद को भी रुह तरस जाती हैं
कभी एक बूंद को भी रुह तरस जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए

जब कोई अपना चला जाये छुड़ा कर दमन
जब कोई अपना चला जाये छुड़ा कर दमन
जब कोई अपना चला जाये छुड़ा कर दमन
जब कोई अपना चला जाये छुड़ा कर दमन
जब कोई अपना चला जाये छुड़ा कर दमन
जब कोई अपना चला जाये छुड़ा कर दमन
दिल के अरमानों पे हाय
दिल के अरमानों पे तलवार सी चल जाती हैं
दिल के अरमानों पे तलवार सी चल जाती हैं
 

 

दिल के अरमानों पे तलवार सी चल जाती हैं
दिल के अरमानों पे तलवार सी चल जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए

टूट जाते हैं बिखर जाते हैं मोती सरे
टूट जाते हैं बिखर जाते हैं मोती सरे
टूट जाते हैं बिखर जाते हैं मोती सरे
टूट जाते हैं बिखर जाते हैं मोती सरे
टूट जाते हैं बिखर जाते हैं मोती सरे
टूट जाते हैं बिखर जाते हैं मोती सरे
टूट जाते हैं बिखर जाते हैं मोती सरे
प्यार की माला कही
प्यार की माला कही से भी जो कट जाती हैं
प्यार की माला कही से भी जो कट जाती हैं
प्यार की माला कही से भी जो कट जाती हैं
प्यार की माला कही से भी जो कट जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए

मेरे मभी पे ना जा मेरे गुनाहों को न गिन
मेरे मभी पे ना जा मेरे गुनाहों को न गिन
मेरे मभी पे ना जा मेरे गुनाहों को न गिन
मेरे मभी पे ना जा मेरे गुनाहों को न गिन
मेरे मभी पे ना जा मेरे गुनाहों को न गिन
मेरे मभी पे ना जा मेरे गुनाहों को न गिन
कोण है जिस से कभी
कोण है जिस से कभी भूल न हो पाती हैं
कोण है जिस से कभी भूल न हो पाती हैं
कोण है जिस से कभी भूल न हो पाती हैं
कोण है जिस से कभी भूल न हो पाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग में ढल जाती हैं
ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी ज़िन्दगी
ज़िन्दग़ीज़िन्दगी ज़िन्दग़ीज़िन्दगी.