दर्द के मारे हुए और प्यार के लूटे हुए - The Indic Lyrics Database

दर्द के मारे हुए और प्यार के लूटे हुए

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - हंगामा | वर्ष - 1952

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दर्द के मारे हुए और प्यार के लूटे हुए
कौन सी दुनिया में जाएँगे ये दिल टूटे हुए

चार दिन की इस जुदाई में समझ बैठा है दिल
इक ज़माना हो गया तुमसे हमें छूटे हुए

कुछ सुहाने ख़्वाब देखे थे मोहब्बत ने कभी
हाय री क़िस्मत वो सारे ख़्वाब अब झूठे हुए$