इक दीवाना आते जाते सखी री वो क्या मांगे - The Indic Lyrics Database

इक दीवाना आते जाते सखी री वो क्या मांगे

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - नया दौर | वर्ष - 1957

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इक दीवाना आते-जाते हमसे छेड़ करे
सखी री वो क्या माँगे -२
हो ओ ओ ओ
जब भी मेरे पास से ग़ुज़रे ठण्डी साँस भरे
सखी री वो क्या माँगे -२( दिन देखे ना रात वो
पकड़े मेरा हाथ वो ) -२
( कभी शरमाऊँ मैं
कभी घबराऊँ मैं
समझ न पाऊँ मैं ) -२
सखी री वो क्या माँगे -२
हो ओ ओ ओ
इक दीवाना आते-जाते हमसे छेड़ करे
सखी री वो क्या माँगे -२( टीलों के रुख़सार से
मुझे पुकारे प्यार से ) -२
( रसते में रुक-रुक
मुड़-मुड़ छुप-छुप
देखे मुझे टुक-टुक हाय ) -२
सखी री वो क्या माँगे -२
हो ओ ओ ओ
इक दीवाना आते-जाते हमसे छेड़ करे
सखी री वो क्या माँगे -२