वक्त की उमर क्या बड़ी होगी - The Indic Lyrics Database

वक्त की उमर क्या बड़ी होगी

गीतकार - सगर सिद्दीकी | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - नगमा-ए-दिल (गैर-फ़िल्म) | वर्ष - 1991

View in Roman ज़िंदगी की कोई कड़ी होगी
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वक़्त की उम्र क्या बड़ी होगी
इक तेरे वस्ल की घड़ी होगीदस्तकें दे रही है पलकों पर
कोई बरसात की झड़ी होगीक्या ख़बर थी के नोक-ए-ख़ंजर भी
फूल की एक पंखड़ी होगीक्यूँ गिरह गेसुओं में डाली है
जाँ किसी फूल की अड़ी होगीइल्तजा का मलाल क्या कीजे
उनके दर पर कहीं पड़ी होगीमौत कहते हैं जिसको ऐ 'साग़र'
ज़िंदगी की कोई कड़ी होगी