रंग रंग के फूल खिले - The Indic Lyrics Database

रंग रंग के फूल खिले

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - आन मिलो सजना | वर्ष - 1970

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रंग रंग के फूल खिले मोहे भाये कोई रंग ना
ओ अब आन मिलो सजना
दीपक संग पतंगा नाचे आहा आहा
कोई मेरे संग ना
ओ अब आन मिलो सजना
सजना सजना सजना सजना
ढूँढ़ते तोहे तारों की छाँव में
कितने काँटे चुभे मेरे पाँव में
तूने सूरत दिखायी ना जालिमा
परदेसी हुआ रह के गाँव में
प्रीत मीत बिन सूना सूना लागे मोरा अँगना
आईं बाग़ों में फूलों की सवारियाँ
मेले की हो गईं तैयारियाँ
तेरा मेरा मिलन कब होगा
मिली प्रीतम से सब पनहारियाँ
दूर दूर रह के जीने से मैं आ जाऊं तंग ना
कैसे पूछूं मैं प्रेम की पहेलियाँ
संग होती है तेरी सहेलियाँ
वे चन्ना किस कम दी आएं सहेलियाँ
मेरियाँ राताँ ने किनियाँ अकेलियाँ
रात रात भरे नींद न आए
खन-खन खनके कंगना