बेचेन दिल खोई एसआईआई नज़ारी - The Indic Lyrics Database

बेचेन दिल खोई एसआईआई नज़ारी

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - गीता दत्त, लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - यहुदी | वर्ष - 1958

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बेचैन दिल खोई सी नज़र
तन्हाइयों में शाम-ओ-सहर
तुम याद आते होदिल नहीं पहलू में रह गईं दो आँखें
जाने क्या-क्या हमसे कह गईं दो आँखें
सुनसान रातों में अक्सर
जब चाँद पे जाती है नज़र
तुम याद आते होदिल तो दीवाना था हम भी क्या कर बैठे
मर्ज़ जाने क्या था क्या दवा कर बैठे
इक आह ठंडी सी भर कर
उनसे कोई कह दे जा कर
तुम याद आते होहम तो ये समझे थे ख़त्म है अफ़साना
उठ चुकी है महफ़िल रह गया वीराना
हमको न थी लेकिन ये ख़बर
ख़ुद हम कहेंगे रह-रह कर
तुम याद आते हो
बेचैन दिल खोई सी ...