अभी तो पडी है ये उमर ये सारि - The Indic Lyrics Database

अभी तो पडी है ये उमर ये सारि

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - क़ुदरत का क़ानून | वर्ष - 1987

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अभी तो पड़ी है ये उम्र ये सारी
दिल भी तुम्हारा है मैं भी तुम्हारी
अच्छी नहीं है ये बेकरारी
थोड़ा इन्तज़ार कीजियेगा दिल न बेकरार कीजियेगाचेहरे से पर्दा उठाऊंगी मैं उल्फ़त के जज़्बे दिखाऊंगी मैं
मुझपे ऐतबार कीजिये
अभी तो पड़ी है ...ज़ुल्फ़ों को यूं न बिखराइये नज़दीक मेरे न आइये
क़ुर्बन तुझपे जान हमारी यूं न वार कीजिये
थोड़ा इन्तज़ार कीजिए दिल न बेकरार कीजिएमदहोश हो न यूं लड़खड़ाना
अच्छा नहीं है यूं पीते जाना
लत है बुरी है इतनी खुमारी
खुद पे अख्तियार कीजिए
अभी तो पड़ी है ...