जहान में कोई प्यार कोई खेल नहीं - The Indic Lyrics Database

जहान में कोई प्यार कोई खेल नहीं

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कुमार सानू | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - प्यार कोई खेल नहीं | वर्ष - 1999

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जहां में कोई प्यार का दिवाना हो गया जहां
जीने मरने का होश है फिर उसे कहां
प्यार कोई खेल नहींआशिक़ी वो रोग है के लगे जो इक बार
दिल से फिर ये जाए ना करिये जतन हज़ार
तेरे लबों पर भी प्यारे रोना है ये हँसी नहीं
जहां में कोई ...इश्क़ में कोई भी हो मजनूं या फ़रहाद
मिट गए शाहों के नाम पर ये ज़िंदा है आज
चाहत में दी जान जिसने वो कभी मरता नहीं
जहां में कोई ...