पिया मिलन को जाने वाली सम्भल सम्भल कर चल - The Indic Lyrics Database

पिया मिलन को जाने वाली सम्भल सम्भल कर चल

गीतकार - | गायक - अमीरबाई | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - देव कन्या | वर्ष - 1946

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( पिया-मिलन को जाने वाली
सम्भल-सम्भल कर चल ) -२
सम्भल-सम्भल -४
पिया-मिलन को जाने वाली
सम्भल-सम्भल कर चलघूँगट खोल कली समझाती
प्रीत नगरिया दूर
तेरा साँवरिया
बुला रहा है
कहाँ-कहाँ फिर दूर
दूर नहीं
दूर नहीं अब तेरे पिया का
सुन्दर रंग-महल
सम्भल-सम्भल -४
पिया-मिलन को जाने वाली
सम्भल-सम्भल कर चलआँधी आई
आँधी आई क्या घबराना
तुझको देस पिया के जाना
ना डर
ना डर इन काँटों पे बढ़ती चल
देख के बादल नहीं मचल
नहीं होता यूँ मन बेकल
हाथ में मेहंदी लगी
लगाया नैनों में काजल
सम्भल-सम्भल -४
पिया-मिलन को जाने वाली
सम्भल-सम्भल कर चलउठी घटा घनघोर
तेरा नाच उठा मन-मोर -२
प्रीतम आये आज मिलन का
आया है त्योहार
( सजा आरती किरतन गा
और पहना दे तू हार ) -२
आई थी खिल गया सलोनी
तेरा हिरदय कमल
अब संग पिया के चल
सम्भल-सम्भल -४
पिया-मिलन को जाने वाली
सम्भल-सम्भल कर चल