झूलाना दला दे मोरे सयान को बुला दे - The Indic Lyrics Database

झूलाना दला दे मोरे सयान को बुला दे

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - ज़ीनत बेगम, मुनव्वर सुल्ताना, दिलशाद बेगम | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - पगडंडी | वर्ष - 1947

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झूलना डला दे
मोरे सैयाँ को बुला दे, ओ ननद जी
सावन की रुत आईझूलना डला दे
मोरे सैयाँ को बुला दे, ओ ननद जी
सावन की रुत आईलो जल बरसाने आईं घटायें काली -२
तुम झूठी बोलीं, ऐसे में तो बोलूँ ??
ओ अरी ओ री ननन्दिया -२
मेरा बिखरा-बिखरा बाग, नहीं घर माली
बिरहन देती दुहाई( झूलना डला दे
मोरे सैयाँ को बुला दे, ओ ननद जी
सावन की रुत आई ) -२( बेदर्दों से प्रीत लगा के
मैं पछताई हो मैं पछताई ) -२
( दिन ने चैन गँवाया
आँख ने निंदिया गँवाई, हा निंदिया गँवाई ) -२
ओ अरे अरे ननदिया -२
इक बार उन्हें मिला दे भला हो तेरा
निन-नित तुम्हें मिले न दोया मेरा -२ ??( झूलना डला दे
मोरे सैयाँ को बुला दे, ओ ननद जी
सावन की रुत आई ) -२