कैसे जिउंगा मैं अगर तू ना बनी मेरी साहिबान - The Indic Lyrics Database

कैसे जिउंगा मैं अगर तू ना बनी मेरी साहिबान

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - साधना सरगम, अभिजीत | संगीत - शिव-हरि | फ़िल्म - साहीबान | वर्ष - 1993

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कैसे जिऊंगा मैं अगर तू न बनी मेरी साहिबां
डूब मरूंगी मैं अगर मैं न बनी तेरी साहिबांलाखों हज़ारों में सैयां मैने चुन लिया
लाखों हज़ारों ने फ़ैसला ये सुन लिया
एक दूजे के वास्ते हम बने मेरे साजना
मेरी साहिबां ...रातें गुज़रती हैं सारी रात जाग के
दिल चाहे आ जाऊं घर से मैं भाग के
ओ आना मगर डोली में बैठ कर मेरी साहिबां
मेरी साहिबां ...कहती है क्या मुझसे पायल तेरे पांव की
एक सीधी सादी सी लड़की मैं गांव की
तेरे होंठों की बांसुरी बन गई मेरे साजना
तेरी साहिबां ...