किस मालुम था दो दीन में सावन बिट जाएगा - The Indic Lyrics Database

किस मालुम था दो दीन में सावन बिट जाएगा

गीतकार - शांति स्वरूप मधुकरी | गायक - सुरैया | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - विद्या | वर्ष - 1948

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किसे मालूम था दो दिन में सावन बीत जायेगा
तमन्नाएं हमरी यूँ तड़पती छोड़ जायेगा
सावन बीत जायेगा
किसे मालूम था ...दिल-ए-बेताब तेरी याद में आँसू बहायेगा
हमें रह-रह के ये ज़ालिम ज़माना याद आयेगा
सावन बीत जायेगा
किसे मालूम था दो दिन में ...ज़बाँ बेदर्दियाँ उस की न कहने पायेगी लेकिन
हमारी आँख का पानी कहानी कह सुनायेगा
सावन बीत जायेगा
किसे मालूम था ...जहाँ वालों अरे हम ने किसी का क्या बिगाड़ा था
हमारी राह में भगवान भी काँते बिछायेगा
सावन बीत जायेगा
किसे मालूम था ...