जान तुम हो मेरी दूरियां क्यूं हम से - The Indic Lyrics Database

जान तुम हो मेरी दूरियां क्यूं हम से

गीतकार - पी के मिश्रा | गायक - अनुपमा, एस पी बालासुब्रमण्यम | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - विश्वविधाता | वर्ष - 1997

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जान तुम हो मेरी दूरियाँ क्यूँ हम सेअब तो आ के मिल जा प्यास मन में कब सेये सुहानी शाम है प्यार कर ले हम सेचूम लो आओ मुझे है गुज़ारिश तुम सेजान तुम हो मेरी प्यार हो गया तुम सेमैं भी तो हूँ प्यासा तुम को देखा जब सेये जवानी का नशा छा रहा है कब सेहो ना जाये जोश में भूल कोई हम सेआज तुम लगती हो सुंदर खिलते फूलों की जैसीझिलमिलाती तेरी आँखें चंदा तारों के जैसीसाथ मिल कर जान-ए-जाँ आओ हम नाचेंगेमस्तियों में झूमेंगे आओ हम गायेंगेये नज़ारे और तुम साथ मेरे हमदमआज अपने प्यार का हो गया है संगमतूफ़ानों में भी ऐ साथी तुम को हम ना छोड़ेंगेमुश्किल से होती है मोहब्बत जनम-जनम ना तोड़ेंगेआज मेरा दिल बोले फूलों पे सो जायेंजान मेरी कह दो तुम बाँहों में खो जायेंजान तेरी है सदा कह रही है धड़कनदिल में रहते हो सदा तुम ही मेरे हमदम