यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे - The Indic Lyrics Database

यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर, सहगान, किशोर कुमार, पद्मिनी, शिवांगी | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - यादों की बारात | वर्ष - 1973

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कि: ( यादों की बारात निकली है आ दिल के द्वारे
दिल के द्वारे ) २
सपनों की शहनाई बीते दिनों को पुकारे
दिल के द्वारे
हो ओ छेड़ो तराने मिलन के प्यारे प्यारे
संग हमारेकि: बदले ना अपना ये आलम कभी
जीवन में बिछड़ेंगे ना हम कभी
र: बदले ना अपना ये आलम कभी
जीवन में बिछड़ेंगे ना हम कभी
यूं भी जाओगे आख़िर कहाँ होके हमारेदो: यादों की बारात ...र: आगे भी होगा जो उसका करम
कि: ये दिन तो मनायेंगे हर साल हम
र: अपने आंगन नाचे गायेंगे चन्दा सितारेदो: यादों की बारात ...