गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मुकेश - शारदा | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - दुनिया भर में | वर्ष - 1967
View in Romanदुनिया की सैर कर लो
इन्सां के दोस्त बनकर
इन्सां से प्यार कर लो
अराउन्ड दी वर्ल्ड इन एट डॉलर्स
लॉस एंजलिस भड़कीला
जहाँ हॉलीवुड है रंगीला
देखो डिजनीलैंड में आकर
परियों का देश धरतीपर
जब ग्रैंड केनियन देखा
याद आ गया वो अनदेखा
नहीं तेरी कोई भी सानी
अरे वाह रे वाह मायामी
हम अमन चाहनेवाले
हम प्यार पे मरनेवाले
एक बात कहेंगे सबसे
नफरत को मिटा दो जग से
इन्सान के हाथ का टोना
मिट्टी को बनाया सोना
ये वॉशिंग्टन अलबेला
न्यूयॉर्क सहर का मेला
लंदन की दौड़ दीवानी
पॅरिस की शाम मस्तानी
कुदरत के ये खेल निराले
ज़रा देख ले देखने वाले
बर्लिन का बदलता चेहरा
और रोम का रंग सुनहरा
वेनिस में नाव की सैरें
ये गीत गाती हुई लहरें