पियु-पियु बोल, पियु-पियु बोल - The Indic Lyrics Database

पियु-पियु बोल, पियु-पियु बोल

गीतकार - प्रदीप | गायक - प्रदीप | संगीत - सरस्वती देवी | फ़िल्म - बंधन | वर्ष - 1940

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पुरवाई पवन लहराए, ओ जिया गाए

पुरवाई पवन लहराए, ओ जिया गाए

कानों में कहता है कोई, वो आयें

त्म:

आई बसंत, आई बसंत, फूलों से दामन भरे

त्म:

अम्बुवा की डाली पे बोले कोयलिया

स्स:

गुलशन में झूले पड़े

पुरवाई पवन लहराए

त्म:

मन को लुभाए शाम सुहानी

रंगत हुई बन की रानी

उमंगों के दिन हैं, बहारों का मौसम

स्स: गुल पर है बुलबुल दिवानी

त्म: दिवानी

स्स: गुल पर है बुलबुल दिवानी

त्म: झूम झूम गाए नवेली अलबेली

स्स: प्रेमी के मन को हरे

बो: झूम झूम गाए नवेली अलबेली

प्रेमी के मन को हरे

बो: आई बसंत, फूलों से दामन भरे

बो: आई बसंत, फूलों से दामन भरे