तुम हो गम को छुपाए, मैं हूँ सर को झुकाए - The Indic Lyrics Database

तुम हो गम को छुपाए, मैं हूँ सर को झुकाए

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - Nil | संगीत - शंकर-एहसान-लॉय | फ़िल्म - कल हो ना हो | वर्ष - 2003

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तुम हो गम को छुपाए
मैं हूँ सर को झुकाए
तुम भी चूप हो, मैं भी चूप हूँ, कौन किसे समझाए
अब दूरियाँ इतनी हैं तो, मिलना यहाँ कल हो न हो
सच है के दिल तो दूखा है
हम ने मगर सोचा है
दिल को है गम क्यों, आँख है नम क्यों, होना ही था जो हुआ है
उस बात को जाने ही दो, जिसका निशां कल हो न हो
हर पल यहाँ जी भर जियो, जो है समा, कल हो न हो