ढोल बाजा ढोल ढोल जानिया जिंदगी के साज पे नाचो - The Indic Lyrics Database

ढोल बाजा ढोल ढोल जानिया जिंदगी के साज पे नाचो

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - मुकेश, महेंद्र कपूर, हेमलता, उषा टिमोथी | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - विश्वास | वर्ष - 1969

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ढोल बजा ढोल ढोल जानिया
ज़िंदगी के साज़ पे नाचो सभी झूम के
बन जाएं प्यार की कहानियां
ढोल बजा ...ज़िंदगी तेरी तो इक छपी हुई किताब है
जिसमें तेरे लेन देन का सभी हिसाब है
अपने दिल के आईने में झांक और देख ले
खुद ही इक सवाल है तो खुद ही इक जवाब है
देख ज़रा देख ज़रा दिल की मेहरबानियां
ज़िंदगी के साज पे ...साज़ वो कि जिससे सदा आए सदा प्यार की
फूल वो कि जिसपे खुद फ़िदा हो रुत बहार की
जिसका मोल है उसे तो हर कोई ख़रीद ले
जिसका कोई मोल नहीं वो खुशी है प्यार की
प्यार से प्यार से सजा लो तुम जवानियां
ज़िंदगी के साज पे ...पांव नाचने लगे हैं झूमने लगी नज़र
दिल मचल रहा है आने वाने कल की सोचकर
देर से सही चलो वो राह पर तो आ गए
आज हमख्याल बने कल बनेंगे हमसफ़र
प्यार की प्यार की यही हैं क्या निशानियां
ज़िंदगी के साज पे ...