गीतकार - रमेश शास्त्री | गायक - लता | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - बरसात | वर्ष - 1949
View in Romanहो तुझपे सलाम
हो तुझपे सलाम
हो तुझपे सलाम, ऐ मेरे नाकामएमोहब्बत
नाकामएमोहब्बत
पहुँचा दे सबा
पहुँचा दे सबा, उसको ये पैग़ामएमोहब्बत
पैग़ामएमोहब्बत
आँखों
आँखों में नज़र आता है अंजामएमोहब्बत
अंजामएमोहब्बत
जीती हूँ मैं लेले के फ़क़त नामएमोहब्बत
हाँ नामएमोहब्बत
हो तुझपे सलाम
दु : तुमसे तो शिकायत नहीं
तुमसे तो शिकायत नहीं, क़िस्मत का गिला है
ये मुझको सिला दिल के लगाने का मिला है
रोऊँ तो मेरे हाल
रोऊँ तो मेरे हाल पे हँसता है ज़माना
ऐ जानएमोहब्बत
ऐ जानएमोहब्बत मुझे भूल न जाना
हो तुझपे सलाम
ज़ो : मैं तेरी हूँ मैं
मैं तेरी हूँ मैं तेरी ज़माने को ख़बर है
ज़माने को ख़बर है
जो हाल उधर तेरा वोही हाल इधर है
हो तुझपे सलाम
दु : तुम क़ैद हुईं मिलने से मजबूर हुये हम
ज़ो : ये क़ैद क्या चीज़ ख़ुदाई को जला दूँ
फ़रियाद के नालों से क़यामत को जगा दूँ
आसाँ नहीं दुनिया से मुहब्बत का मिटाना