दिल-ए-नाशाद को जीने की हसरत हो गई तुम से - The Indic Lyrics Database

दिल-ए-नाशाद को जीने की हसरत हो गई तुम से

गीतकार - बी आर शर्मा | गायक - लता | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - चुनरिया | वर्ष - 1948

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दिन सूना सूरज बिना

दिन सूना सूरज बिना

और चन्दा बिन रैन

घर सूना दीपक बिना

ज्योति बिन दो नैन

दिया जलाओ

जगमग जगमग दिया जलाओ

दिया जलाओ 4

जगमग जगमग दिया जलाओ

सरस सुहागन सुनरी 4

तेरे मन्दिर में देख अंधेरा

रूठ न जाये दिया तेरा

आऽ

दिया जलाओ 4

दिया मनाओ दिया जलाओ

दिया मनाओ मनाओ जलाओ

जगमग जगमग

जगमग जगमग दिया जलाओ