पीपल की छँव तले मैं भी मिलूँ तू भी मिले - The Indic Lyrics Database

पीपल की छँव तले मैं भी मिलूँ तू भी मिले

गीतकार - NA | गायक - जोहरा बाई, अमर | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - सन्यासी | वर्ष - 1945

View in Roman

प्रभु चरणों में दीप जलाओ

पारुल कोरस:

प्रभु चरणों में दीप जलाओ

मन मन्दिर उजियाला हो

करें कृपा जो कृष्णचन्द्र तो

क्यूँ दुख का अंधियाला हो

पारुल या अमिरबाई ?:

हृदयकमल का सिंहासन

बने कृष्ण का वृन्दावन

जीवन अपना उसे सौंप दो

जो जग का रखवाला हो

पारुल:

नैना प्रेमचकोर सखी

चंदा नन्दकिशोर सखी

उन नैनन से देख जगत को

बसे जहाँ नन्दलाला हो

पारुल या अमीरबाई?:

गिरिधर के चरणों में आ

राधेश्याम नाम गुण गा

कोरस:

राधेश्याम राधेश्याम

राधेश्याम राधेश्याम

पारुल:

गिरिधर के चरणों में आ

मालिक मेरा बन्सीवाला

मन मेरा ब्रजबाला हो