गीतकार - नाजिम पानीपति | गायक - गीता, लता | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - मजबूर | वर्ष - 1948
View in Romanहो चाँद चमका
ह ह ह ह ह
हो चाँद चमका
हो चाँद चमका
हो चाँद चमका अन्धेरे में आज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
ओ तेरा भाग तुझपे दीवाना रहे
के घरघर में तेरा तराना रहे
ओ हो झुका सिर आज सारा ज़माना रहे
ओ मेरे मुन्ने राजा
ओ मेरे भोले राजा
ओ मेरे मुन्ने राजा
इस प्यारे वतन की तू लाज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
हो चाँद चमका
हो चाँद चमका अन्धेरे में आज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
हो शमा तेरी सूरज से बढ़कर रहे
के सारी दुनिया का तू अकबर रहे
हो
के सारी दुनिया का तू अकबर रहे
ओ हो
हिन्दूमुस्लिम का पल्ला बराबर रहे
ओ मेरे मुन्ने राजा
ओ मेरे भोले राजा
ओ मेरे मुन्ने राजा
इस प्यारे वतन का तू ताज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
हो चाँद चमका
हो चाँद चमका अन्धेरे में आज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
हो चाँद चमका