ऐसी मुहब्बत से हम बाज़ आए - The Indic Lyrics Database

ऐसी मुहब्बत से हम बाज़ आए

गीतकार - पी एल संतोषी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - निराला | वर्ष - 1950

View in Roman

ऐसी मुहब्बत से हम बाज़ आये
जो दिल को जलाये सताये दुखाये
दिल को जलाये सताये दुखायेऐसी मुहब्बत से हम बाज़ आये
जो दिल को जलाये सताये दुखाये(बनाकर तुम्हें अपना क्या हमने पाया
खुशी लुट गयी चैन दिल का गंवाया) -२
बड़े ग़म सहे और बहुत दुख उठाये
ऐसी मुहब्बत से हम बाज़ आये ...(तसव्वुर में तुमसे हुई कितनी बातें
गुज़ारी बहुत जाग कर हमने रातें) -२
कभी हमने छुप छुप के आंसू बहाये
ऐसी मुहब्बत से हम बाज़ आये ...ऐसी मुहब्बत से हम बाज़ आये
जो दिल को जलाये सताये दुखाये
दिल को जलाये सताये दुखाये