दर्द मंडन का जहाँ में आसरा कोई नहीं - The Indic Lyrics Database

दर्द मंडन का जहाँ में आसरा कोई नहीं

गीतकार - स्वामी रामानंदी | गायक - अमीरबाई | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - वीना | वर्ष - 1948

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दर्दमंदों का जहाँ में आसरा कोई नहीं
बेवफ़ा सारा ज़माना बावफ़ा कोई नहीं
बेवफ़ा सारा ज़मानारोके आँखें पूछती हैं मेरे दिल से बार बार
इब्तिदा रोने की है, क्या इंतिहा कोई नहीं?
इब्तिदा रोने की है, क्याजब उमीदों ने ये पूछा अब तुम्हारा कौन है
आरज़ूओं ने तड़प कर यूँ कहा कोई नहीं
आरज़ूओं ने तड़प करक्या कहें किससे कहें क्यूँकर कहें कैसे कहें
सुननेवाला दास्तान-ए-दर्द का कोई नहीं
दर्दमंदों का जहाँ में