हमने किसी से सुनी कहानी - The Indic Lyrics Database

हमने किसी से सुनी कहानी

गीतकार - प्रदीप | गायक - NA | संगीत - सरस्वती देवी | फ़िल्म - झूला | वर्ष - 1941

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हसरतें ख़ामोश हैं

हसरतें ख़ामोश हैं

और आह बेतासिर है

हसरतें ख़ामोश हैं

और आह बेतासिर है

तक़दीर है रूठी हुई

बेकार हर तदबीर है

हसरतें ख़ामोश हैं

और आह बेतासिर है

है यक़ीं छोड़ेगा न

इक भी लहू की बूँद को

है यक़ीं छोड़ेगा न

इक भी लहू की बूँद को

मेरे दिल में जो चुभा

उनकी नज़र का तीर है

घर हुआ बरबाद मेरा

दिल जिगर टुकड़े हुये

फिर भी मैं ज़िन्दा हूँ बतला

क्या मेरी तक़दीर है

तक़दीर है रूठी हुई

बेकार हर तदबीर है

हसरतें ख़ामोश हैं

और आह बेतासिर है