हम थे तुमहरे तुम थे हमारे - The Indic Lyrics Database

हम थे तुमहरे तुम थे हमारे

गीतकार - शकील | गायक - सुरैया | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1947

View in Roman

हर शै पे जवानी है

गीता:

हर शै पे जवानी है

हाय मेरे होंठों पे

होंठों पे

साजन की कहानी है

हाय साजन की कहानी है

लता:

ओऽ गोरी

बदनाम न हो जाना

गली गली गूँजे ना

गूँजे ना

तेरे प्यार का अफ़साना

हाय तेरे प्यार का अफ़साना

गी:

ओऽ मोरे साजन आन मिलेंगे

मनवा की बगिया में

फूल खिलेंगे

इन फूलों को खिलने दो

दो दिल मिलते हैं

हाय सजनी

दो दिलों को मिलने दो

हाय दो दिलों को मिलने दो

दो:

मेरी बगिया में फूल खिले

दुनिया को भूल गयी

भूल गयी

जब नैन से नैन मिले

हाय जब नैन से नैन मिले

ल:

ओऽ प्यार बुरा है, प्यार न करना

अँखियाँ किसी से चार न करना

जिसे प्रीत का रोग लगे

दिन को वो आहें भरे

आहें भरे

और सारी रात जगे

हाय और सारी रात जगे

दो:

हर शै पे जवानी है

हाय मेरे होंठों पे

होंठों पे

साजन की कहानी है

हाय साजन की कहानी है