गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - दौलत की जंग | वर्ष - 1991
View in Romanबोलो सनम अब क्या है इरादा सोचो ज़रा क्या किया था वादावादा था जीने का वादा था मरने का हद से गुज़रने का
तो कुछ हो जाने दो क़यामत आने दो
बोलो सनम अब ...चल कहीं चल दें ला अपनी बाहों को न रोक सके कोई इस दिल की राहों को
ऐसे मुझको देखो मेरे प्यारे कलियां कलियां ला मेरे प्यारे
दिल दे के जीना है दिल दे के मरना है तो कुछ हो जाने दो
बोलो सनम अब ...