हम कोचवान हम कोचवान - The Indic Lyrics Database

हम कोचवान हम कोचवान

गीतकार - पं. भूषण | गायक - असित बरन | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - NA | वर्ष - 1943

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हर एक बात पे कहते हो तुम के तू क्या है

हर एक बात पे कहते हो तुम के तू क्या है

तुम्हीं बताओ ये अन्दाज़एगुफ़्तगू क्या है

हर एक बात

रगों में दौड़ने

रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल

जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है

हर एक बात

पियूँ शराब

ए पियूँ शराब अगर ख़ुम भी देख लूँ दोचार

ये शीशाओक़दहओकूज़ाओसुबू क्या है

हर एक बात पे कहते हो तुम के तू

हुआ है शह का मुसाहिब

हुआ है शह का मुसाहिब फिरे है इतराता

वगरना शहर में ग़ालिब की आबरू क्या है

हर एक बात पे कहते हो तुम के तू