मनभावन के घर जाए गोरी - The Indic Lyrics Database

मनभावन के घर जाए गोरी

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - लता मंगेशकर - आशा भोसले | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - चोरी चोरी | वर्ष - 1956

View in Roman

मनभावन के घर जाए गोरी
घूँघट में शरमाए गोरी
बंधी रहे ये प्यार की डोरी
हमें ना भुलाना
हमें ना भुलाना
बचपन के दिन खेल में गँवाए
आई जवानी तो बालम आए
तेरे आँगन बजे बधाई गोरी
क्यों नैना छलकाए गोरी
बंधी रहे ये प्यार की डोरी
हमें ना भुलाना
हमें ना भुलाना
इस दुनिया की रीत यही है
हाथ जो थामे मीत वही है
अब हम तो हुए पराए गोरी
दिल तेरे संग जाए गोरी
बंधी रहे ये प्यार की डोरी
हमें ना भुलाना
हमें ना भुलाना
मस्ती भरे सावन के झूले
तुझको कसम है जो तू भूले
अबके जब वापस आए गोरी
गोद भरी ले आए गोरी
बंधी रहे ये प्यार की डोरी
हमें ना भुलाना
हमें ना भुलाना