तुम बिन सजन बरसे नयन - The Indic Lyrics Database

तुम बिन सजन बरसे नयन

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - गबन | वर्ष - 1966

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तुम बिन सजन बरसे नयन, जब जब बादल बरसे
मजबूर हम मजबूर तुम, दिल मिलने को तरसे
नागिन सी ये रात अंधेरी बैठी है दिल को घेर के
रूठे जो तुम, सब चल दिए मुख फेर के
ये दिल तेरे प्यार की खातिर जग से बेगाना हो गया
एक ख्वाब था सब लूट गया, सब खो गया
प्यासे प्यासे नैन हमारे रो रो के हारे साजना
आठों पहर बरसे गगन इस आँगना