गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - अनीता | वर्ष - 1967
View in Romanतुम बिन जीवन कैसे बीता, पूछो मेरे दिल से
सावन के दिन आये, बीती यादें लाये
कौन झुकाकर आँखें, मुझ को पास बिठाये
कैसा था प्यारा रूप तुम्हारा, पूछो मेरे दिल से
प्रेम का सागर हाये, चारों तरफ लहराये
जितना आगे जाऊँ, गहरा होता जाये
गम के भंवर में क्या क्या डूबा, पूछो मेरे दिल से
जैसे जुगनू बन में, तू चमके असुअन में
बनकर फूल खिली हो, जाने किस बगियन में
मैं अपनी किस्मत पे रोया, पूछो मेरे दिल से